अन्ना हजारे और बाबा रामदेव से भय क्यों ??
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हिटलर की एक प्रसिद्ध कथन है
तुम एक बड़ा झूठ बोलो, और उसे बार बार बोलो. लोग उसपे बिस्वाश करना शुरू कर देंगे
और ये काम और भी आसान हो जाता है जब आपके सरकारी मशीनरी हो जो आपके इस झूठ को जनता के सामने बार बार लाये, बार बार दोहराए . कुछ इन्ही बातो पे शायद हमारी सरकार बिस्वाश करना शुरू क्रर दी है. सरकार अब समझ गयी है की लाठी से काम नहीं चलने वाला है. संभवतः सरकार को आगे से ही यह सच्चाई पता थी. लाठी तो सिर्फ इसलिए चली थी की बाबा और उनके चेले दिल्ली से भगाए जा सके. क्योकि दिल्ली उनको ज्यादा 'कवरेज़ ' देने वाली थी और सरकार को ज्यादा परेशानी. इसलिए सरकार बोली बाबा आप हरिद्वार में भूखे बैठो और दिल्ली में हमें हमारे गोरखधंधे को चलाने दो.
झूठ प्रचार में सबसे ज्यादा सक्रिय है हमारे दिग्विजय सिंह जी और कपिल सिब्बल साहब. दोनों ने अपने मंत्रित्व काल में कितना काम किया है ये सब जानते है. दिग्गी राजा को अचानक ज्ञान प्राप्त हुआ की रामदेव ठग है. मुझे बहुत आश्चर्य हुआ की उसी ठग की अगवानी में भारत सरकार के ढेर सारे मंत्री अगवानी में हवाई अड्डे कैसे पहुच गए?? ये ज्ञान उन्हें कैसे प्राप्त हुआ ये जानने लायक है. और आखिर में यूपीए सरकार के मंत्रियों, सांसदों ने भ्रष्टाचार के जो उच्च मापदंड स्थापित किए हैं, उनके हिसाब से बाबा के कुछ करोड़ को देखते हुए, बाबा को ठग नहीं, फ़कत एक जेबकतरा जैसा कुछ कहा जा सकता है। सबसे अजीब बात है की सरकार की तरफ से कोई भी बात मुद्दे पे नहीं हुई है अभीतक. एक बार भी किसी ने नहीं कहा की इस मुद्दे को हम ऐसे हल करेंगे. क्योकि हमारी सरकार के पास इसका कोई हल नहीं है और नहीं हल करने की इच्छा शक्ति. अचानक दिग्गी राजा को एक और ज्ञान प्राप्त हुआ की आचार्य बाल कृष्ण एक अपराधी है और उसके पास कई देशो के पासपोर्ट है . अगर ये सच भी है तो आप जानते हुए चुप क्यों रहे है सरकार ने कोई कार्यबाई क्यों नहीं की?? बाबा रामदेव ढोंगी हो गए क्योकि उनके पास ११०० करोड़ रुपये है!! पैसे होने में कब बुराई थी?? और ऐसे पैसे में तो कोई भी बुराई नहीं है जो जनता के लिए ही जा रहे हो?? और मुझे नहीं लगता की ये पैसे कलमाड़ी और कम्पनी के तरीके से कमाए गए है. दरअसल बाबा रामदेव एक योग शिक्षक है. और उनके जो भो अनुयायी है वो किसी बिश्वाश के कारण नहीं है. वो बाबा रामदेव को इसलिए पसंद नहीं करते की वो कभी चमत्कार करते है. वो इसलिए नहीं रामदेव में बिस्वास करते की उनके मुह से शिवलिंग निकालता है. लोग रामदेव को इसलिए बिश्वास करते है की उनके बताये रास्ते से लोगो को लाभ होता है. पर सरकार जनता की कमजोरियों को जानती है. सरकार जानती है की जनता सब समय बाबाओ को नंगे बुखे देखना चाहती है. ऐसे में ११०० करोड़ वाले बाबा के प्रति जनता के मन में संदेह पैदा करना बहुत ही आसान होगा अपेक्षाकृत काले पैसे को लाने के. इसलिए सरकार सब समय कोशिश कर रही है ध्यान मुद्दे से हते. इसके लिए आप किसी को ठग बोलो, चोर बोलो, चाहे कुछ बोलो पर बार बार बोलो. आखिर में वही काम में आएगा.
अंत में, शोले में १०-१० कोस तक जब कोई बच्चा रोता था तब माँ कहती थी बेटा सो जा नहीं तो गब्बर आ जाएगा और भारत में जब भी कोई पते की बात करता है तो हमारी सरकार कहती है जनता से आप लोग अपना कान बंद कर ले ये आर एस एस का आदमी है. ऐसे ही दिन पर दिन अपने बच्चे को माँ सुलाती रही है और ऐसे ही बरसो पे बरसो सरकार सही बातो से हम भटकाती रही है. इसलिए सोचे और फिर सोचे......और बात मुद्दे पे ही हो तो काम की है नहीं तो बस 'टाइम-पास' है
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we must support anna and baba regarding their demands against corruption.
ReplyDeletei like your line beta soja kan band kar
I also think in that way
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